उत्तराखंड का फल : आडू , (फ्यादे , औषधिक गुण एवम् अन्य जानकारी ) !! Uttarakhand Fruit : Aadu !!

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको उत्तराखंड दर्शन कि इस पोस्ट में उत्तराखंड राज्य में पाए जाने “ उत्तराखंड स्वादिष्ठ फल “आडू” ” के बारे में जानकारी देने वाले हैं , यदि आप उत्तराखंड आते है तो “आडू” का स्वाद जरुर ले | अब आगे हम आपको “ उत्तराखंड का फल : ” आडू ” , (फ्यादे , औषधिक गुण एवम् अन्य जानकारी ) सम्बंधित सारी जानकरी पोस्ट में बताने वाले हैं | यदि आप यह सारी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं , तो इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़े !

Healthy Fruit of Uttarakhand : Aadu !! (उत्तराखंड का स्वादिष्ठ फल : आडू )





Uttarakhand Fruitsआडू का वानस्पतिक नाम “प्रूनस पर्सिका” हैं और इसे अंग्रेजी में “Peach” कहा जाता है | यह फल स्वादिष्ठ और रसदार फल भी जेठ के महीने में ही अपनी लालिमा बिखेरता हैं | आडू फल का आकार एक जैसा नहीं होता हैं | पर्वतीय क्षेत्र में छोटे और बड़े दाने के आडू के पेड अलग होते हैं | इस फल के बारे में ऐसा माना जाता हैं कि इस फल की खेती सबसे पहले चीन में की गयी थी , पर अब यह पूरी दुनिया का मशहूर फल बन चूका हैं | स्वादिष्ठ होने के साथ साथ इस फल में प्रोटीन , मिनरल्स , फाइबर और कार्बोहाइड्रेट्स जैसे पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता हैं | आडू गर्मियों का फल है। जो गर्मियों में खाया जाता है । आडू दक्षिण एशिया और चीन में उगाया जाता था लेकिन आजकल तो यह दुनिया के हर जगह पर पाया जाता है । यह सेहत के लिए भी लाभकारी होता है। इस फल की सबसे अधिक बागवानी हिमांचल प्रदेश , कश्मीर और उत्तराखंड में हैं | लाल या फिर पीले रंग के मिश्रित फल का गुदा भी सफ़ेद या फिर हल्का पीला होता हैं | इसे फल को खाने से त्वचा अच्छी और मोटापा कम होता है । आडू अपने ख़ास मिठास के कारण जितना अधिक प्रसिद्ध हैं , उतना ही अपने औषधीय गुण से विख्यात यह फल सेहत के लिए भी काफी फ्यादेमंद होता हैं | यह फल स्वास्थय लाभ में काफी अच्छा होता हैं |



उत्तराखंड का फल : आडू को खाने का फयादा

  • फलों के सेवन से उम्र के असर को करे बेअसर । आडू में जरूरी एंटी आक्सीडेंट होते हैं , जो वृद्धावस्था की प्रक्रिया का मुकाबला करने में सक्षम होते हैं ।
  • आडू से बने फेस पेक लगाने से चेहरा चमकदार और कोमल बनता है । आडू त्वचा को स्वस्थ्य बनाने में मदद करता है ।
  • आडू में 80 प्रतिशत पानी तथा यह फाइबर का अधिक स्त्रोत होने से वजन कम करने मे मदद करता है ।
  • आडू में रेचक प्रभाव और शक्तिशाली मूत्रवर्धक प्रभाव है । यह गठिया और गठिया से पीड़ित लोगों के लिए लाभकारी है ।
  • आडू निम्नलिखित रोगों जैसे अम्लरक्तता, रक्ताल्पता, दमा, मूत्रालय और गुर्दे की पथरी, ब्रोंकाइटिस, कब्ज, सूखी खांसी, जठर शोथ, उच्च रक्तचाप, नैफ्रैटिस और गरीब पाचन में लाभकारी है ।
  • ताजा आडू में विटामिन सी भरपूर होता है जो एंटी आॅक्सीडेंट जो शरीर के संक्रामक एजेंटों के खिलाफ प्रतिरोध के विकास और हानिकारक मुक्त कण को मदद करता है ।
  • ताजे आडू में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन का स्त्रोत है जो दृष्टि श्रलेष्म झिल्ली और त्वचा को बनाए रखने में आवश्यक है । विटामिन ए फेफड़ों और मौखिक गुहा के कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है ।
  • आडू लाल रक्त कोेशिका का निर्माण, हडिडयों और दांतो मजबूत बनाता है , दंत क्षय की रोकथाम करता है । पोटेशियम दिल की दर और रक्तचाप को नियत्रिंत करने में मदद करता है ।
  • आडू के फूलों के रस से बनाया गया टिंक्चर पेट दर्द (कोलिक-पेन ) को दूर करने में सहायक होता है तथा इससे बनाया गया सीरप हलके परगेटिव के रूप में भी काम करता है जिसे बच्चों में होनेवाले जांडिस कि चिकित्सा में फायदेमंद पाया गया है !
  • इसकी ताज़ी पत्तियों के प्रयोग से कृमिहर प्रभाव प्राप्त किया जाता है और यदि कहीं हल्का सा कट गया हो तो इसकी ताज़ी पत्तियों के लेप को लगाने मात्र से खून आना बंद हो जाता है !
  • आडू के पेड़ की छाल का प्रयोग घाव साफ़ करने (व्रणशोधन एवं व्रणरोपण ) एवं भरने में भी किया जाता है !
  • आडू के सेवन से शरीर में रोगप्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। इस फल का रस कई तरह के सूक्ष्म जीवों के संक्रमण से बचाव करता है। आडू के सेवन से कब्जियत और अपच की समस्या का निदान हो जाता है ।





उम्मीद करते है कि आपको “उत्तराखंड का फल : ” आडू , (फ्यादे , औषधिक गुण एवम् अन्य जानकारी ) ” !! Uttarakhand Fruit : “Aadu” !!” के बारे में पढ़कर आनंद आया होगा |

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